आजा अम्बिके कर लईए माँ पुत गल्ला
आजा अम्बिके-2 आजा अम्बिके कर लइए माँ पूत्त गलां जमाने कोलों लुक छुप के-2
किसे नु नीं दसनी-2 किसे नु नीं माँ,
जय हो आजा अम्बिके कर लईए मां पुत गल्लां……
चल माईए चल पर्वत उते -2
पर्वत उते शीतल रुते -2
पत्थरां उत्ते बह लईए अपनी-2 कह लइये, किसे नु नीं दसनी – 3
आजा अम्बिके कर लईए-2
चल माइए चल बोड़ी कंडे
जित्थे कुदरत अमृत वंडे-2
सारी थकावट ले जाएगी
ठण्ड कलेजे पे जाएगी
आजा अम्बिके कर लईए-
चल चलिए माँ गुफा दे अन्दर-2 जिस थां तेरा सोहणा मन्दिर – 2
चोला बसन्ती रंग लवांगा
नाम दी मस्ती मंग लवांगा
किसे नु नीं दसनी माँ-3
आजा अम्बिके कर लईये मां पुत्त गल्ला – 2
चल माइये जित्थे कोई न आवे-2
शीशे विच कोई फेर न पावे-2
देख के कोई होकां भरे न
किसे नु नीं दसनी-2 माँ
आजा अम्बिके कर लईए माँ पुत गल्ला आजा अम्बिके कर लेइए मां पूत गल्ला,
जमाने कोलों लुक छुप के -2
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