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Wednesday, October 2, 2024
जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी
जय हो
भोलेनाथ जय हो भंडारी
जय हो भोलेनाथ
जय हो भंडारी
जय हो कैलाश
पति जय त्रिपुरारी
दुखियो के तूने
है काज सवाँरे
जो भी है आया
भगवन तेरे द्वारे
कर दिया कल्याण
पिता कल्याण कारी
जय हो भोलेनाथ
जय हो भंडारी
तेरी जटाओ मैं
गंगा का पानी
गंगा के पानी
मैं शक्ति रूहानी
मस्तक का चंद्रमा
पीड़ा हरे सारी
जय हो भोलेनाथ
जय हो भंडारी
तन पे बभूत
रमे नागो की माला
दो नैनो में
मस्ती तीसरी में ज्वाला
दर्शनों की
भीख मांगे तेरे भिखारी
जय हो भोलेनाथ
जय हो भंडारी
हंस हंस के
धरती का विष पीने वाले
महादेव नीलकंठ
जगसे निराले
सृष्टि यह गाये
महिमा तुम्हारी
जय हो भोलेनाथ
जय हो भंडारी
Bhajan: जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी
Singer: Narendra Chanchal
Provided to YouTube by Super Cassettes Industries Limited
Saturday, July 9, 2011
Aarti Jagdishwar ji ki
ॐ जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे
ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त ज़नो के संकट दास ज़नो के संकट
क्षण में दूर करे
ॐ जय जगदीश हरे
जो ध्यावे फल पावे दुःख बिन से मन का
स्वामी दुख बिन से मन का
सुख सम्पति घर आवे
सुख सम्पति घर आवे
कष्ट मिटे तन का
ॐ जय जगदीश हरे
मात पिता तुम मेरे
शरण गहूं किसकी
स्वामी शरण गहूं किसकी
तुम बिन और ना दूजा
तुम बिन और ना दूजा
आस करूँ जिसकी
ॐ जय जगदीश हरे
तुम पूरण परमात्मा
तुम अंतरियामी
स्वामी तुम अंतरियामी
पार ब्रह्म परमेश्वर
पार ब्रह्म परमेश्वर
तुम सबके स्वामी
ॐ जय जगदीश हरे
तुम करुणा के सागर
तुम पालन करता
स्वामी तुम पालन करता
मैं मूरख खलकामी
मैं सेवक तुम स्वामी
कृपा करो भर्ता
ॐ जय जगदीश हरे
तुम हो एक अगोचर
सबके प्राण पति
स्वामी सबके प्राण पति
किस विध मिलु दयामय
किस विध मिलु दयामय
तुम को मैं कुमति
ॐ जय जगदीश हरे
दीन बन्धु दुःख हर्ता
ठाकुर तुम मेरे
स्वामी रक्षक तुम मेरे
अपने हाथ उठाओ
अपनी शरण लगाओ
द्वार पड़ा तेरे
ॐ जय जगदीश हरे
विषय-विकार मिटाओ पाप हरो देवा
स्वामी पाप हरो देवा
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ
सन्तन की सेवा
ॐ जय जगदीश हरे
ओम जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त ज़नो के संकट
दास ज़नो के संकट
क्षण में दूर करे
ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त ज़नो के संकट
दास जनो के संकट
क्षण में दूर करे
ॐ जय जगदीश हरे
Song: Om Jai Jagdish Hare
Singer: Anuradha Paudwal
Thursday, July 7, 2011
Aarti shri Lakshmi Ji ki
जय लक्ष्मी माता , मैया जय लक्ष्मी माता |
तुमको निशदिन सेवत हर विष्णु विधाता || ॐ
उमा, रमा, ब्रह्माणी रुद्राणी तू ही जग माता |
सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता || ॐ
दुर्गा रूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता |
जो कोई तुमको ध्यावत , रिधि सीधी धन पाता || ॐ
तुम पाताल- निवासिनी , तू ही है शुभदाता |
कर्म-प्रभाव प्रकाशिनी , भवनिधि की त्राता || ॐ
जिस घर तुम रहती , तहं सब सद्गुण आता |
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता || ॐ
तुम बिन यज्ञ न होते , वस्त्र न कोई पाता |
खान-पान का वैभव सब तुम से आता || ॐ
शुभ- गुण मंदिर सुन्दर शीरोदधि जाता |
रतन चतुदर्श तुम बिन कोई नहीं पाता || ॐ
महालक्ष्मी जी की आरती , जो कोई नर गाता |
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता || ॐ
Maha Lakshmi Ji ki Aarti
Om Jai Laxmi Mata, Maiya JaiLaxmi Mata,
Tumko nis din sevat, Hari, Vishnu Data || Om Jai Laxmi Mata
Uma Rama Brahmaani, Tum ho Jag Mata,
Maiya, Tum ho Jag Mata,
Surya ChanraMa dhyaavat, Naarad Rishi gaata. || Om Jai Laxmi Mata.
Durga Roop Niranjani, Sukh Sampati Data,
Maiya Sukh Sampati Data
Jo koyee tumko dhyaataa, Ridhee Sidhee dhan paataa || Om Jai Laxmi Mata.
Jis ghar mein tu rehtee, sab sukh guna aataa,
Maiya sab sukh guna aataa,
Taap paap mit jaataa, Man naheen ghabraataa. || Om Jai Laxmi Mata
Dhoop Deep phal meva, Ma sweekaar karo,
Maiya Ma sweekaar karo,
Gyaan prakaash karo Ma, Moha agyaan haro. || Om Jai Laxmi Mata.
Maha Laxmiji ki Aarti, nis din jo gaavey
Maiya nis din jo gaavey, Dukh jaavey, sukh aavey,
Ati aananda paavey.|| Om Jai Laxmi Mata.
Jai Laxmi Mata ||
Song: Lakshmi Mata ji ki Aarti
Singer(s): Alka Yagnik
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