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Sunday, August 7, 2022

Benefits of Saying Om Daily

 ऊँ की ध्वनि का महत्व जानिये

एक घडी,आधी घडी,आधी में पुनि आध,,,,,,,

तुलसी चरचा राम की, हरै कोटि अपराध,,,,,,।।

   1 घड़ी= 24मिनट

 1/2घडी़=12मिनट

 1/4घडी़=6 मिनट


  • क्या ऐसा हो सकता है कि 6 मि. में किसी साधन से करोडों विकार दूर हो सकते हैं।

       उत्तर है हाँ हो सकते हैं

        वैज्ञानिक शोध करके पता चला है कि......

  •  सिर्फ 6 मिनट ऊँ का उच्चारण करने से सैकडौं रोग ठीक हो जाते हैं जो दवा से भी इतनी जल्दी ठीक नहीं होते.........

  •  छः मिनट ऊँ का उच्चारण करने से मस्तिष्क मै विषेश वाइब्रेशन (कम्पन) होता है.... और औक्सीजन का प्रवाह पर्याप्त होने लगता है।

  •  कई मस्तिष्क रोग दूर होते हैं.. स्ट्रेस और टेन्शन दूर होती है,,,, मैमोरी पावर बढती है..।

  • लगातार सुबह शाम 6 मिनट ॐ के तीन माह तक उच्चारण से रक्त संचार संतुलित होता है और रक्त में औक्सीजन लेबल बढता है।
  •  रक्त चाप , हृदय रोग, कोलस्ट्रोल जैसे रोग ठीक हो जाते हैं....।
  • विशेष ऊर्जा का संचार होता है ......... मात्र 2 सप्ताह दोनों समय ॐ के उच्चारण से  घबराहट, बेचैनी, भय, एंग्जाइटी जैसे रोग दूर होते हैं।
  • कंठ में विशेष कंपन होता है मांसपेशियों को शक्ति मिलती है..।
  • थाइराइड, गले की सूजन दूर होती है और स्वर दोष दूर होने लगते हैं..।

  • पेट में भी विशेष वाइब्रेशन और दबाव होता है....। एक माह तक दिन में तीन बार 6 मिनट तक ॐ के उच्चारण से  पाचन तन्त्र , लीवर, आँतों को शक्ति प्राप्त होती है, और डाइजेशन सही होता है, सैकडौं उदर रोग दूर होते हैं..।

  •  उच्च स्तर का प्राणायाम होता है, और फेफड़ों में विशेष कंपन होता है..।

  • फेफड़े मजबूत होते हैं, स्वसनतंत्र की शक्ति बढती है, 6 माह में  अस्थमा, राजयक्ष्मा (T.B.) जैसे रोगों में लाभ होता है।
  • आयु बढती है।
  • ये सारे रिसर्च (शोध) विश्व स्तर के वैज्ञानिक स्वीकार कर चुके हैं।

  • जरूरत है छः मिनट रोज करने की

    🙏नोट:- ॐ का उच्चारण लम्बे स्वर में करें ।।


आप सदा स्वस्थ और प्रसन्न रहे यही मंगल कामना

Sunday, June 26, 2011

Aarti Shree Jagdishwar ji ki


ॐ जय जगदीश हरे, प्रभू  जय जगदीश हरे |
भक्त जनों के संकट  , छिन में दूर करे || ॐ 

जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिनसे मन का |
सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का || ॐ

मात पिता तुम मेरे , शरण गहूं  मैं किस की |
तुम बिन और न दूजा , आस करूं जिसकी  || ॐ

तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तरयामी |
पारब्रहम परमेश्वर, तुम सब के  स्वामी || ॐ 

तुम करूणा के सागर , तुम पालन करता |
मैं मूर्ख खल कामी, कृपा करो भरता || ॐ 

तुम हो एक अगोचर , सब क प्राणपति  |
किस विधि मिलूँ दयामय, तुमको मैं कुमति || ॐ 

दीन बन्धु दुःख हर्ता, तुम ठाकुर मेरे |
अपने हाथ उठाओ, दुआर पड़ा मैं तेरे  ||ॐ

विषय विकार मिटाओ , पाप हरो देवा |
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा || ॐ

प्रेम सभा जन तुमको, निशदिन ही ध्यावे|
पार लगा दो नैया, येही अरज गावे || ॐ

प्रभू जी की आरती, जो कोई नर गावे |
कहत शिवानन्द स्वामी, मन वांछित फल पावे || ॐ



Album Name: Aartiyan
Singer: Anuradha Paudwal
Music Director: Arun Paudwal
Lyricist: Traditional
Music Label:T-Series